Home Loan Rules 2025: होम लोन के लिए बदल गए ये नियम, RBI ने जारी किए नए निर्देश

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2025 की शुरुआत में होम लोन से जुड़े कई नियमों में संशोधन किया है। इन नए निर्देशों का मकसद घर खरीदने वालों को अधिक पारदर्शिता देना और लोन की प्रक्रिया को आसान बनाना है। नए नियमों के अनुसार, अब बैंकों और NBFCs को लोन एप्लिकेशन के समय विस्तृत लोन चार्ज, प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दर की जानकारी पहले ही देनी होगी।

क्रेडिट स्कोर का प्रभाव और LTV रेश्यो में बदलाव

अब होम लोन की स्वीकृति में क्रेडिट स्कोर की भूमिका और अहम हो गई है। जिन ग्राहकों का CIBIL स्कोर 750 से ऊपर है, उन्हें अधिकतम 90% तक की फाइनेंसिंग मिलेगी। वहीं, RBI ने LTV (Loan-to-Value) रेश्यो को कुछ कैटेगरी में घटाकर 75% कर दिया है, जिससे कर्जदाताओं को कम जोखिम उठाना पड़े।

EMI स्ट्रक्चर और फोरक्लोजर चार्ज पर नई गाइडलाइन

नई गाइडलाइनों के तहत अब लोन लेने वालों को EMI स्ट्रक्चर के बारे में हर साल अपडेट देना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा, अगर कोई ग्राहक फ्लोटिंग रेट लोन को समय से पहले चुकता करना चाहता है, तो कोई फोरक्लोजर चार्ज नहीं लिया जाएगा।

ब्याज दर की तुलना करना होगा आसान

अब सभी वित्तीय संस्थानों को अपनी ब्याज दरें सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर नियमित रूप से अपडेट करनी होंगी, जिससे ग्राहक आसानी से तुलना कर सकें। इससे बाजार में पारदर्शिता बढ़ेगी और उपभोक्ता सही निर्णय ले पाएंगे।

निष्कर्ष: अगर आप 2025 में नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो ये नए RBI नियम आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। कम ब्याज दर, पारदर्शी प्रक्रिया और बेहतर EMI विकल्पों के साथ होम लोन लेना अब पहले से अधिक सुरक्षित और आसान हो गया है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। होम लोन लेने से पहले संबंधित बैंक या NBFC से आधिकारिक जानकारी जरूर प्राप्त करें।

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