Digital Loan Vs Traditional Loan: क्यों लोग अब ऑनलाइन लोन को दे रहे हैं प्राथमिकता?

Digital Loan Vs Traditional Loan: पिछले कुछ वर्षों में भारत में लोन लेने के तरीके में बड़ा बदलाव आया है। जहां पहले लोग बैंक शाखाओं में लंबी कतारों और ढेरों काग़ज़ी प्रक्रिया से होकर गुजरते थे, वहीं अब अधिकांश लोग Digital Loan प्लेटफॉर्म को चुन रहे हैं। आज ग्राहक मोबाइल ऐप या वेबसाइट के ज़रिए मिनटों में लोन ले पा रहे हैं, वो भी बिना बैंक गए।

तो आखिर क्यों Digital Loan पारंपरिक लोन पर भारी पड़ रहे हैं? आइए समझते हैं।

Digital Loan: त्वरित, आसान और पेपरलेस

विशेषताडिजिटल लोन
प्रोसेसिंग टाइम2 से 15 मिनट
दस्तावेज़ी प्रक्रियापूरी तरह पेपरलेस (eKYC)
स्थानकहीं से भी, कभी भी मोबाइल से
ट्रैकिंगरियल-टाइम स्टेटस ट्रैकिंग
लोन राशि₹1,000 से ₹5 लाख तक
टेक्नोलॉजीAI आधारित क्रेडिट स्कोरिंग, Instant Approval

पारंपरिक लोन: धीमी प्रक्रिया और अधिक दस्तावेज़

विशेषतापारंपरिक बैंक लोन
प्रोसेसिंग टाइम3 से 7 कार्यदिवस
दस्तावेज़ी प्रक्रियाभारी डॉक्युमेंटेशन, ब्रांच विज़िट अनिवार्य
स्थानबैंक शाखा पर व्यक्तिगत उपस्थिति ज़रूरी
ट्रैकिंगमैनुअल स्टेटस चेक
लोन राशि₹50,000 से ₹50 लाख तक
टेक्नोलॉजीसीमित, मानव-निर्भर निर्णय प्रक्रिया

क्यों Borrowers अब Digital Loan को चुन रहे हैं?

  1. Instant Approval: युवा पीढ़ी तेज़ परिणाम चाहती है, और डिजिटल लोन मिनटों में स्वीकृत हो जाता है
  2. No Paperwork: केवल आधार और पैन से KYC हो जाता है
  3. 24×7 सुविधा: रात को 2 बजे भी लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है
  4. कम प्रोसेसिंग फीस: पारंपरिक बैंकों की तुलना में शुल्क कम होता है
  5. कम क्रेडिट स्कोर वालों के लिए भी मौका: कई फिनटेक कंपनियां बिना CIBIL भी लोन देती हैं

Digital Loan प्लेटफॉर्म्स ने लोन लेने की परिभाषा बदल दी है। अब लोन लेना उतना ही आसान है जितना ऑनलाइन शॉपिंग करना। हालांकि, पारंपरिक बैंक लोन आज भी बड़े अमाउंट और सस्ती ब्याज दरों के लिए बेहतर हैं, लेकिन छोटे और इमरजेंसी फंडिंग के लिए Digital Loan अब पहली पसंद बन चुके हैं।

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